वाह वाह दिलदर्द भाई साहब क्या कहना !
तनहा तो चांद भी है सितारों के बीच,मगर चांद का दर्द बेवफा रात नहीं समझती।बहुत ही खूबसूरत शेर हैउम्दा लिखा है
वाह वाह दिलदर्द भाई साहब क्या कहना !
ReplyDeleteतनहा तो चांद भी है सितारों के बीच,
ReplyDeleteमगर चांद का दर्द बेवफा रात नहीं समझती।
बहुत ही खूबसूरत शेर है
उम्दा लिखा है