फिर आंख से ईक सावन बरसाजब सहर हुई तो ख्याल आयावो बादल कितना तनहा थाजो बरसा सारी रात बहुतबहूत ही खूबसूरत............मजा आ जाता है आपके ब्लॉग पर
behad khubsurat
बहुत खूबसूरत अभिव्यक्ति.
फिर आंख से ईक सावन बरसा
ReplyDeleteजब सहर हुई तो ख्याल आया
वो बादल कितना तनहा था
जो बरसा सारी रात बहुत
बहूत ही खूबसूरत............
मजा आ जाता है आपके ब्लॉग पर
behad khubsurat
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत अभिव्यक्ति.
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