Saturday, November 29, 2008

''तुम्हारी याद''

हाय 'जान' आजकल ऐसा क्यों होता है। तुम्हारी याद हर पल, हर सकेंड, हर मिनट आती है। बल्कि अब पहले से भी ज्यादा आती है। जब तुम मेरे साथ थी। कभी-कभी तो इतनी ज्यादा आती है कि दिल की धड़कने तेज हो जाती हैं। सांसे धीमी पड़ जाती हैं। और पसीने छूट जाते हैं। पता नहीं तुमको भी मेरी याद इसी तरह आती है या नहीं। 'जान' मैं तुमको बहुत याद करता हूं। 'जान' तुम मुझको समझने की कोशिश करो। 'आई लव यू' 'जान'।

3 comments:

Unknown said...

this is a true love.

Unknown said...

I THINK THIS IS REAL THINK
I ALREADY FELT THIS LOVELY THINK

Unknown said...

Dont worry brother. She will come back use aana hi hoga. tu himmat na har dost.