Thursday, October 22, 2009

मेरे पति को पापा और भैया ने मरवायाः आंचल

जम्मू-कश्मीर की ये कहानी दिल दहला देने वाली है। आंचल की आज एक ही ख्वाहिश है कि उसके पिता और भाई के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। आंचल का आरोप है कि पिता और भाई ने ही पुलिसवालों के साथ मिलकर उसके पति की हत्या की है।

श्रीनगर में रहने वाली आंचल ने अपने घरवालों की मर्जी के खिलाफ जम्मू के रजनीश से शादी की थी। आंचल की मानें तो उसका परिवार शुरू से ही रजनीश के पीछे पड़ा हुआ था इसलिए ये जोड़ा घर के बाहर ही रह रहा था। 30 सितंबर को आंचल अपने पति के साथ उसके घर जम्मू पहुंची और उसी समय पुलिस रजनीश और उसके भाई को उठा कर ले गई। 3 अक्टूबर को रजनीश की थाने के भीतर बेदर्दी से हत्‍या कर दी गई। पुलिस के मुताबिक रजनीश ने खुदकुशी कर ली थी लेकिन आंचल का आरोप है कि रजनीश ने खुदकुशी नहीं की है बल्कि उसे मारा गया है।

रजनीश की मौत 3 अक्टूबर को हुई और 5 अक्टूबर को उसका शव जम्मू पहुंचा। इंसाफ की आस लगाते लगाते आखिरकार परिवार ने सात दिन बाद रजनीश का अंतिम संस्कार शनिवार को कर दिया लेकिन आंचल के आंसू सबसे यही सवाल पूछ रहे हैं कि क्या उसकी यही गलती थी कि उसने प्यार किया और अपने परिवार की मर्जी के खिलाफ शादी की।

आंचल का पुराना नाम अमीना है जबकि उसके पति रजनीश कारोबार के सिलसिले में श्रीनगर जाते थे। वहीं दोनों के बीच प्यार हुआ। लेकिन आंचल के घऱवाले इस प्यार के खिलाफ थे। जैसे ही अमीना यानि आंचल ने शादी के लिए अपने घर, शहर और नाम छोड़ा उस पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। इस पूरी घटना के दौरान पुलिसवालों की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। रिश्तेदारों का आरोप है कि शुरू से ही पुलिसवालों ने न सिर्फ आंचल के घरवालों का साथ दिया बल्कि उन्होंने ही मिलकर हत्या की साजिश रची।

आंचल ने अपने घरवालों की मर्जी के खिलाफ 21 अगस्त को ही आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली और उसी दिन उसके पिता ने श्रीनगर के एक थाने में अपनी बेटी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवा दी। साथ ही ये बताया कि बेटी की उम्र 17 साल है। पुलिस ने अगवा करने के आरोप में रजनीश और उसके भाई को धर दबोचा। और दोनों भाई को श्रीनगर ले आई। यहीं थाने के भीतर 3 अक्टूबर को रजनीश एक फंदे से लटका मिला। पुलिस ने मौत की वजह खुदकुशी बताई हालांकि परिवार ने इससे साफ इनकार किया है।

वैसे इस मामले में रिश्तेदारों का आरोप बेवजह नहीं हैं।सवाल ये है कि आखिर थाने के भीतर ही कोई कैसे खुदकुशी कर सकता है? दस्तावेजों से साफ है कि आंचल की उम्र में 21 साल है, तो फिर पुलिस ने उसे नाबालिग क्यों मान लिया? जब आंचल ने साफ कर दिया कि उसने अपनी मर्जी से शादी की है, उसके बावजूद पुलिस रजनीश और उसके भाई को उठा कर क्यों ले गई?

साभार: आईबीएन-7

9 comments:

Unknown said...

अरे, क्या बात कर दी आपने… लगता है आप साम्प्रदायिक हैं…। रजनीश की हत्या जायज़ है, ऐसी ही एक हत्या कोलकाता में रिज़वान की हुई थी, वह भी हिन्दू लड़की के चक्कर में आकर हिन्दू बनने वाला था…। धर्मनिरपेक्षता की जयकारे वाले इस देश में ऐसे सवाल उठाना "साम्प्रदायिकता" है… :)

पी.सी.गोदियाल "परचेत" said...

सुरेश जी की बात से १००% सहमत !
हम, आप और हमारे इस सेकुलर देश ने देख लिया भारत में एक हिन्दू और एक मुसलमान होने का फर्क !
एक रिजवान मरा था, चूँकि वह मुसलमान था इस लिए हमारा यह धर्मनिरपेक्ष मीडिया, तंत्र और पता नही क्या-क्या...हाथ धोकर इस बात की सच्चाई जानने के पीछे पड़ गए कि रिजवान कैसे मरा ! लेकिन दूसरी तरफ एक रजनीश भी मरा जो हिन्दू था, इसलिए किसी ने भी कोई हाय-तोबा नहीं की सिर्फ आँचल के चीख-पुकार के सिवा जो कहीं दब के रह गई !

RAJNISH PARIHAR said...

bahut hi dukhdayi!!!!!

दिगम्बर नासवा said...

ये खबरे दुःख भरी है ......... पुलिस का ये काम बर्बर है ......... .

निशाचर said...

यही प्रश्न जब मैंने आज के एक "महान" साहित्यकार के सामने उठा दिया था तो वे मुझे मूढ़मगज, सांप्रदायिक, संघी, कट्टर फासीवादी जैसे विशेषणों से नवाजने लगे थे. भारत में मुसलमान होने के ढेर सारे फायदों में से एक यह भी है. और मीडिया की तो बात ही मत कीजिये क्योंकि आज मीडिया किसके हाथों में है और कौन इसे नियंत्रित कर रहा है यह कोई छुपी बात नहीं है.

दीपक 'मशाल' said...

is hadse ko anzaam dene wale police karmiyon aur Aanchal ke bhai-papa ke khilaaf itni sakht karyawahi honi chahiye ki aage se log aisa karne se daren...

kishore ghildiyal said...

bhagwan aanchal ji ko dukh sahne ki shakti pradaan kare va gunahgaro ko jald se jald saza mile
http/jyotishkishore.blogspot.com

Unknown said...

jab oopar wale ne hindu muslim sikh isaai ka bhed nahi kiya to hum kaun hain bhed karne wale. Kya hamare desh mein Pyaar karne walo ko is tarah ka insaaf milta hai agar rajneesh ne aamina ke saath pyaar kiya aur shaadi ki hai to aisa to Hritik Roshan ne Sujain ke saath Mohd. Azharuddin ne Sangeeta Vizlaani ke saath pyaar kiya aur shaadi ki unki taraf to amina urf aanchal ke papa aur bhai ne nahi dekhaa. Aanchal ke pati ko maarne wale uske bhai pita aur police walo ko goli maar deni chahiye.

Unknown said...

jab oopar wale ne hindu muslim sikh isaai ka bhed nahi kiya to hum kaun hain bhed karne wale. Kya hamare desh mein Pyaar karne walo ko is tarah ka insaaf milta hai agar rajneesh ne aamina ke saath pyaar kiya aur shaadi ki hai to aisa to Hritik Roshan ne Sujain ke saath Mohd. Azharuddin ne Sangeeta Vizlaani ke saath pyaar kiya aur shaadi ki unki taraf to amina urf aanchal ke papa aur bhai ne nahi dekhaa. Aanchal ke pati ko maarne wale uske bhai pita aur police walo ko goli maar deni chahiye.