Monday, October 26, 2009

जलेबी या पान खिलाकर प्रेमिका को भगा ले जाओ

यूँ तो किसी को जलेबी या पान का बीड़ा खिलाना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन यदि गौण्ड समाज का ठाठिया उत्सव हो तो समझ लीजिए कि पान और जलेबी की आड़ में एक प्रेम कहानी परवान चढ़ रही है।

दरअसल आदिवासियों और उनमें भी खासकर गौण्ड समाज में यदि कोई नौजवान किसी कन्या को पान का बीड़ा या जलेबी दे तो इसका मतलब है कि वह लड़की को अपना प्रणय प्रस्ताव भेज रहा है और अगर लड़की उसे खा ले तो समझ लेना चाहिए कि लड़की ने उस प्रणय निवेदन को स्वीकार कर लिया है। प्रेम की भाषा समझने के बाद लड़के को उस लड़की को भगा ले जाना होता है और फिर बज उठती है शहनाई।

एक बार भाग जाने के बाद ऐसे प्रेमी युगल को दोनों पक्षों के परिवारजनों की स्वीकृति मिलना लाजिमी होता है और फिर इन्हें अज्ञातवास से बुला कर इनके ब्याह की रस्म पूरी कर दी जाती है। इस तरह उलझी सी जलेबी उनके प्यार की उलझन सुलझाने का जरिया बन जाती है।

6 comments:

भंगार said...

याद आया हमने भी ,एक बार किसी को
कलकत्ता पान खिलाया था ,पर एक गलती हो gaii thi
जिसके लिए आज तक पछता रहा हूँ

दिगम्बर नासवा said...

अच्छी जानकारी है भाई .......... पर क्या करें अब तो बहुत देर हो गयी ..........

Udan Tashtari said...

लोकल परम्पराओं के बारे में ऐसी जानकारियों का आभाव रहता है..कृप्या जारी रखें.

Yashwant R. B. Mathur said...

कल 22/05/2012 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in (विभा रानी श्रीवास्तव जी की प्रस्तुति में) पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!

Madhuresh said...

haha.. style achha propose karne ka... !! :)

Unknown said...
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