Wednesday, December 17, 2008

"आई मिस यू 'जान'"

जाने आज फिर क्यों वही बिछड़ने का दर्द दुबारा से हो रहा है। आज फिर दिल में उसी तरह का दर्द उठ रहा है। वही बेचैनी, वही कशमकश दुबारा दिल के अंदर हो रही है। आज 10:30 तक भी जब उसका फोन नहीं आया तो फिर से दिल में बेचैनी बढ़ गई। मन बहुत उदास लग रहा था। कुछ भी करने का मन नहीं था। फिर अचानक 10:37 पर उसका फोन आया। मैंने फोन पिक किया और उसे 'हाय' कहा उसने भी 'हाय' कहा। पर आज पता नहीं क्यों मेरी आवाज में बहुत दर्द था। आज मुझसे फोन पर उससे बात भी नहीं हो रही थी। मैंने उसे आज कुछ भी नहीं कहा न ही डांटा जैसा की मैं अक्सर कर देता हूं। सिर्फ उससे पूछा की 'अब तुम कैसी हो, तुम्हारी तबियत कैसी है' उसने कहा मैं ठीक हूं तुम कैसे हो। मैंने कहा मैं ठीक हूं। फिर उसने कहा कि कल मेरी 'कर्जन' जो कि मेरे साथ कोर्स कर रही है वो मेरे घर आ गई और मम्मी ने उससे पूछा की तुम्हारी टाईमिंग क्या है। उसने बता दिया कि 10.30 से है तो मम्मी ने मुझसे पूछा की तो तुम इतनी जल्दी क्यों जाती हो। तो मैंने कहा कि मैं रोज थोड़ी जल्दी जाती हूं जब स्कुटी में पेट्रोल डलाना होता है तब जाती हूं। और जब एक्सट्रा क्लास होती है तब जाती हूं। बस इतना कहकर उसने मुझसे कहा चलो अब मैं चलती हूं। क्लास शुरू आने वाली है और मेरी कर्जन मेरा वेट कर रही होगी। क्योंकि उसने आज मुझे 10।45 तक क्लास में आने के लिए कहा था। मैं तुमसे कल बात करूंगी।

पता नहीं आज क्यों मैं उससे बात नहीं कर पा रहा था। मेरे मुंह से आवाज भी नहीं निकल रही थी। मैंने उससे सिर्फ इतना कहा 'जान' 'आई लव यू' मैं तुमको बहुत 'मिस कर रहा हूं' मुझे तुम्हारी बहुत याद आती है। उसने कहा हां मैं भी तुमको मिस करती हूं। फिर मैंने उससे कहा कि मुझे तुम्हारी बहुत याद आती है कुछ भी करने का मन नहीं करता। हर वक्त तुम्हारे बारे में सोचता रहता हूं। उसने भी कहा और मैं भी। उसने कहा चलो अब मैं चलती हूं। हंसते हुए 'बॉय' कहो। पर मुझसे हंसा ही नहीं जा रहा था। मैंने उसे कहा मुझे अभी हंसी नहीं आ रही है। उसने कहा प्लीज तुम हंसते रहा करो। मैं तुमसे बात करना कभी नहीं छोडूंगी। 'आई लव यू'। फिर मैंने कहा तुम बस अपना ख्याल रखना और मेडिसीन टाईम पर ले लेना और खाना भी टाईम से खाना और बस अपना ख्याल रखना। बस आज इससे ज्यादा मुझसे और कुछ नहीं बोला गया। फिर उसने फोन काट दिया।

1 comment:

Ram Krishna Gautam said...

Dost pahli baar aapke blog par aaya.. lekin mujhe esa nahi laga ki jaise pahli baar aapke blog par aaya hoon.. sach kahoon to esa lagta hai ki jaise aap khud se bhi zyada kisi aur ko chahte hain... aapke blog me bhavnayein hi bhavnayein hain.. bhavnaon ka saagar hai aapka blog...
Ram K Gautam @ 9981782045