Wednesday, December 31, 2008

"आज सिर्फ तुम्हारा इंतजार"

'हाय जान' कल का दिन तो सिर्फ इस इंतजार में निकाल दिया कि आज तुम फोन जरूर करोगी। और मैं तुम्हारी प्यारी आवाज सुनुंगा। अब तक तुम्हारा फोन आ जाता था। पर अब लगता है कि आज भी तुम फोन नहीं करोगी। जान आज तो 31 दिसम्बर है। कम से कम आज तो तुमको फोन जरूर करना चाहिए था। आज रात 12 बजे के बाद ये साल भी खत्म हो जाएगा। और सिर्फ रह जाएंगी इस साल की कुछ खट्टी-मिठी यादें। मैं चाहता था कि आज तुमसे बात करके इस साल की सारी यादें ताजा करूं। जान पर मुझे पूरा भरोसा है कि आज तुम कैसे भी करके मुझसे बात जरूर करोगी। या कोई मैसेज जरूर करोगी। जान मैं बेसर्बी से तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं। प्लीज आज मेरे विश्वास को बचा लेना। जान तुम्हारी बहुत याद आ रही है। तुमको बहुत मिस कर रहा हूं। जान मैं आज पूरा दिन तुम्हारा इंतजार करूंगा। शायद तुमको भी मेरी याद आ जाए। तो हमें याद कर लेना हम तो सिर्फ तुम्हारे ही इंतजार में आंखे बिछाए बैठे हैं तुम्हारे सिवा और कौन है हमारा जिसके लिए हमारा दिल धड़कता है, सांसे चलती हैं और हर पल सिर्फ अपनी जान से मिलने को तड़पती हैं, कहती हैं मुझसे ले चल हमें हमारी जिंदगी के पास और कहीं अब हमारा दिल ही नहीं लगता है। अब कैसे समझाऊ इन्हें की उधर मेरी जान का भी तो यही हाल होगा। वो भी जरूर किसी मजबूरी में फंसी होगी।

जान जब भी वक्त मिले तो आज फोन जरूर करना। मैं तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं। मैं आज तुमको Happy New Year कहना चाहता हूं। 'जान' 'आई लव यू'। पता नहीं क्यूं ऐसा होता है:-

जब कोई प्यार करने वाला कुछ पलों के लिए आपसे बातें न करे।
ना जाने बिन बताए कितने सवाल हो जाते हैं खडे।

फिर भी दिल में प्यार होता है भरा।
नफरत की ना होती कोई जगह।
बस गुजारिश होती है उनसे दे जाएं, अपने होने का अहसास इस दिल में।
ना जाने मोहब्बत क्या चिज होती है, समझ ना सका कोई इसे सारे जहां में।

अगर एक पल के लिए बातें ना हो उनसे।
तो डर ये रहता है कि कब होगी उनसे बात।
उसकी आवाज सुनकर दिल को मिलती है राहत।
उससे बड़ा सुकून और कुछ नहीं इस जहां में।
सोचता हूं क्यों प्यार करने वालो की जिंदगी दर्द से भरी इतनी लम्बी होती है।
गुजारिश है रब से किसी प्यार करने वाले को न दे ऐसी सजा।

2 comments:

Vinay said...

हाँ, आज हर कोई अपने सबसे प्रिय के साथ रहना पसंद करता है। नये साल के लिए बधाइयाँ स्वीकारें, आनलाइन मिठाइयाँ तो नहीं खिला सकते! बस स्नेह बनाये रखिए!

दिल का दर्द said...

दोस्त तुमको भी नए साल की हार्दिक सुभकामनाये. पर मेरे लिए तो नव वर्ष शुभ तब होगा जब मेरी जान से बात हो जायेगी.