दिल के आंगन में चाहत का सवेरा कर दे,
अ खुदा मुझे उस का उसे मेरा कर दे,
एक बार गिरा हुस्न अपने दिवाने पर,
कुछ शरमा और फिर सामने चेहरा कर दे,
चलो बसा लें दुनिया नई एक-दूसरे में,
अ खुदा मुझे उस का उसे मेरा कर दे,
एक बार गिरा हुस्न अपने दिवाने पर,
कुछ शरमा और फिर सामने चेहरा कर दे,
चलो बसा लें दुनिया नई एक-दूसरे में,
आ मेरी रूह पे अपनी मोहब्बत का पहरा कर दे।
1 comment:
आ मेरी रूह पे अपनी मोहब्बत का पहरा कर दे।
--ये पंक्ति ही अपने आप में पूरी है, वाह!!
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