एक बात कहूं अगर सुनते हो,
तुम मुझ को अच्छे लगते हो,
कुछ चंचल से कुछ चुप-चुप से,
कुछ पागल-पागल लगते हो,
है चाहने वाले और बहुत,
पर तुम में है एक बात अलग,
तुम अपने-अपने लगते हो,
एक बात कहूं अगर सुनते हो,
तुम मुझ को अच्छे लगते हो,
ये बात-बात पे खो जाना,
कुछ कहते-कहते रूक जाना,
ये किस उलझन में रहते हो,
क्या बात है मुझ से कह डालो,
एक बात कहूं अगर सुनते हो,
तुम मुझ को अच्छे लगते हो...
तुम मुझ को अच्छे लगते हो,
कुछ चंचल से कुछ चुप-चुप से,
कुछ पागल-पागल लगते हो,
है चाहने वाले और बहुत,
पर तुम में है एक बात अलग,
तुम अपने-अपने लगते हो,
एक बात कहूं अगर सुनते हो,
तुम मुझ को अच्छे लगते हो,
ये बात-बात पे खो जाना,
कुछ कहते-कहते रूक जाना,
ये किस उलझन में रहते हो,
क्या बात है मुझ से कह डालो,
एक बात कहूं अगर सुनते हो,
तुम मुझ को अच्छे लगते हो...
3 comments:
सुन्दर कविता ...
एक बात कहूं अगर सुनते हो,
तुम मुझ को अच्छे लगते हो,
ये बात-बात पे खो जाना,
कुछ कहते-कहते रूक जाना,
बहुत ही खूबसूरत, लाजवाब
sundar bhav
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