Wednesday, March 25, 2009

हमें जीने नहीं देती है ये गुजरी हुई यादें"


हमें जीने नहीं देती है ये गुजरी हुई यादें,

हम से भूली नहीं जाती है ये बीती हुई बातें,

अब कैसे कहें हम तुम से ए जान तेरी बातें,

हमें हर पल याद आती हैं तेरी छोटी-छोटी बातें।

2 comments:

दिगम्बर नासवा said...

हमें हर पल याद आती हैं तेरी छोटी-छोटी बातें।

दिल को कैसे समझाएं............
vakai choti choti baaten याद आती हैं

RAJNISH PARIHAR said...

Gham na kar is duniya se..
Yaha koi kise ka na hota hai..
Dhoka bhi wahi deta hai..
Hame Jispar Apne app se
ziyada bharosa hota hai.. इसलिए अफ़सोस न करें ..दुनिया में और भी गम है मोहब्बत के सिवा...दर्द बांटिये...जरूर कम होगा....!!