Tuesday, January 6, 2009

"जान प्लीज लॉस्ट चांस"

कुछ दिनों से मन में कुछ कशमकश सी चल रही थी। उसने फिर से कुछ बातें छुपाने की कोशिश की और मुझसे झुठ बोला। पर कहते हैं ना की झुठ की उम्र बहुत लम्बी नहीं होती। ठीक वैसे ही उसका झुठ भी एक दिन में ही खुल गया। लेकिन उसके उस झुठ ने मेरे पैरों के नीचे से जमीन खिसका दी। ऐसा लगा कि किसी ने बिजली का झटका दे दिया हो। मुझे खाई के पास ले जाकर पीछे से उसमें धक्का दे दिया हो। ऐसा अहसास हुआ कि किसी ने जीवन भर का साथ निभाने का वादा देकर बीच रास्ते में ही साथ छुडा लिया हो।

कल उसका फोन आया। मैंने उसे कुछ नहीं कहा सिर्फ उसकी बातों को ध्यान से सुनता रहा। उस वक्त उसकी हंसी मेरे दिल पर छुर्री की तरह चल रही थी। मैंने उसको धीरे से वो बात बताई। वो पहले तो थोड़ी देर के लिए चौक गई फिर बात को टालने की कोशिश करने लगी। पर मैंने उसे कहा कि तुमने मुझसे झुठ क्यों बोला तो वो बात को घुमाने की कोशिश करने लगी पर फिर बाद में जब उसको अहसास हो गया कि मुझे सब कुछ पता है तो वो मुझसे माफी मांगने लगी। पर उस वक्त मुझे ऐसा लगा कि अब किसी पर भरोसा करना ही अपने भरोसे का खून करने के बराबर है। जिस लड़की पर मैंने अपने से भी ज्यादा विश्वास किया। उसी ने मेरे साथ धोखा किया। मुझसे झुठ बोला। आखिर क्या वजह थी कि उसे मुझसे झुठ बोलने पर विवश होना पड़ा। जबकि मैंने आज तक उस पर कभी कोई दबाव नहीं डाला। हां सिर्फ अपने से भी ज्यादा प्यार किया है।

बस कल से वो मुझसे Sorry बोल रही है। पर क्या अब मैं उस पर वो पहले जैसा भरोसा कर पाउंगा। पहले जैसा ट्रस्ट रहेगा उस पर। आखिर जान तुमने मुझसे ये झुठ बोला ही क्यों। इसकी क्या जरूरत थी। मैं बार-बार उससे यही सवाल कर रहा था। पर वो बार-बार यही कह रही थी कि Sorry जान मुझसे गलती हो गई है मुझे माफ कर दो। एक बार लॉस्ट चांस दे दो मैं दुबारा कभी तुमसे झुठ नहीं बोलूंगी। पर अब पता नहीं उसकी किसी बात पर भी यकीन नहीं होता। मैंने उससे बार-बार यही कहा कि किसी सम्बंध का आधार विश्वास होता है और ये विश्वास कोई एक दिन में नहीं बनता और हमारे रिलेशनशिप में भी ये विश्वास कई सालों में बना था। जिसको कि तुमने एक ही झटके में तोड़ दिया। अब मैं तुम पर कैसे विश्वास कर सकता हूं। इस सबसे अच्छा तो यही है कि अब हम दोनों को ये रिलेशनशिप यहीं पर खत्म कर देना चाहिए।

कल पूरे दिन वो मुझसे यही कहती रही कि प्लीज मुझे एक और chance दे दो मैं तुमसे दुबारा कभी झुठ नहीं बोलूंगी। दो मैसेज भी किए-
''जान प्लीज लॉस्ट चांस फिर ऐसा नहीं होगा I am very sorry प्लीज माफ कर दो।......आई लव यू तुम्हारे बिना नहीं रह सकती Sorry प्लीज एक चांस दो दुबारा ऐसा नहीं होगा God Promise आई लव यू, प्लीज ट्रस्ट मी''।

दूसरा-
''प्लीज जान इस बार माफ कर दो I am Sorry आगे से ऐसा नहीं होगा। तुम्हें कभी Hurt नहीं करूंगी अपनी कसम प्लीज believe me last chance ILU"

और आज सुबह दुबारा फोन किया और बोला कि मुझे माफ कर दो। मुझसे गलती हो गई। पर अब उस पर विश्वास करना बहुत मुश्किल हो रहा है। मैं बार-बार उसको यही बोल रहा थी कि तुमने ऐसा क्यों किया इसकी जरूरत ही क्या थी। मैंने उसे कहा कि अगर तुम यही चाहती हो कि ये रिलेशनशिप खत्म हो जाए तो ठीक है सब कुछ खत्म हो गया। पर एक बात हमेशा याद रखना कि मैंने तुमसे हमेशा सच्चा प्यार किया है। लेकिन तुम उसे कभी समझ नहीं पाई। उसने कहा प्लीज मुझे माफ कर दो मैं तुमको खोना नहीं चाहती। मैंने कहा जान तुमने मुझे खो दिया है। आज फोन पर ज्यादा टाईम वो सिर्फ रोती रही। और यही कहती रही कि मुझे एक लास्ट चांस दे दो। अगर उसके बाद तुमको कभी लगे कि मैंने तुमसे झुठ बोला है तो तुम जो करना चाहते हो कर लेना। मैंने उससे कहा कि आखिर तुमने ये झुठ बोला ही क्यों। आखिर क्या मजबूरी थी तुम्हारी तब उसने कहा कि तुम मुझे डांटते इस कारण मेरे मुंह से झुठ निकल गया। लेकिन मैंने वो जानबूझकर नहीं कहा वो बस हो गया।

मैंने उससे कहा कि क्या तुम मेरी थोड़ी सी डांट भी नहीं खा सकती। सिर्फ मेरी डांट ना खाने के लिए तुमने मुझसे इतना बड़ा झुठ बोल दिया। तुमको बिल्कुल भी अहसास नहीं हुआ कि अगर मुझे सच्चाई का पता चल जाएगा तो मेरे दिल पर क्या बीतेगी। उसने कहा हां मैं सोच सकती हूं कि तुम्हारे दिल पर क्या बीती होगी। पर इसके लिए मैं तुमसे माफी मांग रही हूं। प्लीज मुझे माफ कर दो आगे से कभी भी ऐसा नहीं होगा। तुमको हमारे प्यार की कसम। मैंने कहा प्यार तो पता नहीं अब बचा भी या नहीं। उसने कहा नहीं बचा है मैं तुमसे अभी भी बहुत प्यार करती हूं। और तुमसे वादा करती हूं कि हमेशा तुम्हारा साथ दूंगी। उसके इतना निवेदन करने और रोने के बाद मुझे लगा कि शायद इसको एक मौका और देना चाहिए।

मैंने उससे कहा कि जान ठीक है मैं तुमको एक चांस और दूंगा लेकिन मैं तुमको ये बात भी बताना चाहता हूं कि अगर अगली बार मुझे और कुछ पता चला कि तुमने मुझसे झुठ बोला है तो फिर मैं बता नहीं सकता कि क्या करूंगा। इसलिए तुम्हारे पास सिर्फ आज-आज का समय है अगर और भी कोई झुठ तुमने मुझसे बोला है तो बता दो मैं तुम्हें कुछ नहीं कहूंगा। लेकिन अगर मुझे बाद में कुछ पता चला तो....। उसने कहा जान तुम मुझ पर विश्वास करो मैं आगे से तुमसे कभी कोई झुठ नहीं बोलूंगी। और मुझे और कुछ याद नहीं कि मैंने तुमसे कोई और झुठ बोला हो। मैं तुम्हारे विश्वास को कभी नहीं टूटने दूंगी। 'आई लव यू' जान।

2 comments:

दिगम्बर नासवा said...

विश्वास कर लो न यार, अगर दुबारा टूट जाए तो भी कर लेना.
तुम्हारा काम है विश्वास करना, अपना पोसिटिव attitude बनाये रखना

मोहन वशिष्‍ठ said...

अरे यार क्‍या तुमने एक कहावत नहीं सुनी everything is possible in love and war
no issue and best of luck