Tuesday, January 20, 2009

"दिल अपने आप धड़कता है, धडकाया नहीं जाता"


दिल अपने आप धड़कता है, धडकाया नहीं जाता
ये राज-ए-मोहब्बत हर एक को बताया नहीं जाता

अगर अहसास हो तो, मोहब्बत को कर लो महसूस
ये वो जज्बा है जो लफ्जो में समझाया नहीं जाता
बहुत कम हैं लोग जो दिल में उतर जाते हैं
हर राह चलते को अपना बनाया नहीं जाता

कोशिश से बदल जाती हैं तकदीरे
दे कर इल्जाम किस्मत को और दिल को भुलाया नहीं जाता

7 comments:

रंजना said...

Waah ! Sundar baat,sundar dhang se kahi aapne.

समयचक्र said...

badhia rachana or badhiya chitr .

दिगम्बर नासवा said...

क्या कहने.........बहुत ही khoob likhha है

शोभा said...

कोशिश से बदल जाती हैं तकदीरे
दे कर इल्जाम किस्मत को और दिल को भुलाया नहीं जाता
यह सच्चा ग्यान है।

seema gupta said...

अगर अहसास हो तो, मोहब्बत को कर लो महसूस
ये वो जज्बा है जो लफ्जो में समझाया नहीं जाता
" very well said, truth of love"

Regards

समयचक्र said...

मेरा जिया धड़क धड़क जाए. बहुत बढ़िया मित्र सही कह रहे है आप .

Himanshu Pandey said...

अगर अहसास हो तो, मोहब्बत को कर लो महसूस
ये वो जज्बा है जो लफ्जो में समझाया नहीं जाता"

सही कहा. सुन्दर अभिव्यक्ति.